गाय के गोबर से पेंट बनाने का व्यवसाय | gobar paint manufacturing business )

भारत एक कृषि प्रधान देश है । और भारत की कुल आबादी की 69% जनसंख्या भारत के गांवों में बसती हैं । यहां पर घरेलू जानवर जैसे गाय, भेंस, बेल आदि को प्राचीन काल से ही पाला जाता है ।

इन सभी घरेलू जानवरो में से गाय को भारत में माता का दर्जा दिया जाता है । गाय को भारत में प्राचीन काल से ही विशेष महत्व दिया जाता है । और हमारे ग्रंथों में भी गाय को माता के रूप में वर्णित किया गया है ।

गाय के गोबर में एंटीबेक्टीरल गुण होने के कारण ही इसे पुराने काल से घरों की दीवारों को लिपने के लिए प्रयोग किया जाता है । लेकिन आज मार्केट में कई तरह के कैमिकल मिलावटी पेंट आने से और घरों को सजावटी तौर पर आकर्षित रंग से पेंट करने के कारण गोबर के उपयोग को खत्म कर दिया था ।

लेकिन भारत में कुछ समय से गोबर से बने प्राकृतिक पेंट बनाने की तकनीक ने फिर से गाय के गोबर को उपयोगी बना दिया हैं ।

प्राकृतिक पेंट में केमिकल आधारित पेंट की अपेक्षा अधिक एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जिससे कई जीवाणु स्वतः ही नष्ट हो जाते हैं । इसके अलावा केमिकल आधारित पेंट की अपेक्षा प्राकृतिक पेंट सस्ता और टिकाऊ भी है ।

गोबर से पेंट निर्माण के व्यवसाय को स्थापित करने से पूर्व में एक उद्यमी को prakritik paint manufacturing business plan को सही तरीके से समझना तथा gobar paint manufacturing business में लगने वाली लागत, लाइसेंस तथा कच्चा माल आदि की जानकारी को इकट्ठा करना बेहद जरूरी है ।

चलिए अब बिना देरी करे जानते हैं कि गोबर से पेंट बनाने ( gobar paint factory ) के व्यवसाय को किस प्रकार से शुरू किया जा सकता है ।

gobar paint manufacturing business

Table of Contents

गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय कैसे शुरू करे ?

गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय के लिए रॉ मैटेरियल ( Raw material )

एक बेहतर तरीके से प्राकृतिक पेंट निर्माण व्यवसाय को शुरू करने के लिए कुछ उपयोगी कच्चे माल की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार हैं –

  • Cow Dung ( गाय का गोबर )
  • CaCo³ ( चुना )
  • Titanium dioxide ( सफेदी बढ़ाने के लिए )
  • Sodium hydroxide
  • Hydrogen peroxide
  • Paint binder
  • Linseed oil ( अलसी का तेल )
  • Pigment colour
  • Thickner
  • Additives

गोबर से पेंट बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी ( gobar se paint banane ki machine )

व्यवसायिक स्तर पर गाय के गोबर से पेंट निर्माण ( cow paint ) में कई तरह की मशीनें तथा ओजारो की आवश्यकता पड़ती हैं ।

Double Disc Refiner Machine ₹1,75,000
Twin Shift Machine ₹ 4 लाख
Pug Mill Machine ₹ 2 लाख
Beed Mill Machine ₹ 3.5 लाख
Filling Machine ₹ 55 हजार
Weighing Machine ₹ 49 हजार
Packaging Item बाल्टी आदि का खर्च

उपरोक्त gobar se paint banane ki machine की कीमतों में उतार चढाव आ सकता है । इसलिए मशीनों को खरीदने से पहले मशीनों की सही कीमत चेक कर ले ।

इन सभी मशीनों को आप Offline Market के अलावा Online Stor जैसे Indiamart तथा Treadindia से भी खरीद सकते हैं ।

गोबर से पेंट बनाने की ट्रेनिंग रजिस्ट्रेशन ( Training for Cow Dung Paint Making Process )

जयपुर में स्थित कुमारप्पा नेशनल हेंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट है जो प्राकृतिक पेंट निर्माण में सहयोग प्रदान करती हैं । इस इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने ही गाय के गोबर से पेंट बनाने में सफलता प्राप्त की है ।

इच्छुक उद्यमी Cow dung paint manufacturing process training के लिए कुमारप्पा नेशनल हेंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट ( KVIC ) जयपुर में जाकर संपर्क कर सकता है । यहां पर वैदिक पेंट निर्माण विधि सिखाने के लिए 5 से 7 दिनो के लिए कार्यशाला आयोजित जाती हैं जिसकी जिस 5,000 रुपए है ।

गोबर से पेंट बनाने की विधि ( paint manufacturing process )

गोबर से पेंट बनाने की प्रक्रिया में सबसे पहले CMC तैयार किया जाता है । जो पेंट उत्पादन क्रिया का एक मुख्य घटक होता है । मुख्यतः बाजार में दो तरह के पेंट देखने को मिलते हैं ।

  • डिस्टेंपर पेंट ( Destemper paint )
  • इमल्शन पेंट ( Emulsion paint )

डिस्टेंपर पेंट ( Destemper paint )

गाय के गोबर से डिस्टेंपर पेंट बनाने के लिए कुल सामग्री का केवल 20% गोबर यानी अगर आप 50 किलोग्राम पेंट निर्माण कर रहे हैं तो आपको 10 किलोग्राम गोबर की आवश्यकता पड़ेगी ।

चलीए डिस्टेंपर पेंट बनाने की प्रक्रिया को विस्तार पूर्वक कुछ स्टेप्स के द्वारा समझते हैं ।

  • सबसे पहले गोबर को रिफाइंड करने के लिए गोबर में पानी डाला जाता है ।
  • तत्पश्चात गाय के गोबर को mill machine से बारीक किया जाता है ।
  • गोबर को मशीन द्वारा बारीक करने के बाद गोबर और पानी को अच्छे से मिलाने के लिए Pug Gill Machine द्वारा मिलाया जाता है । जहां गोबर की स्लरी तैयार होती हैं ।
  • गोबर स्लरी को रिफाइनिंग के लिए Double Disc Refining Machine का प्रयोग किया जाता है जो गोबर स्लरी में गोबर और पानी दोनो को अलग अलग रिफाइन करती हैं ।
  • रिफाइनर से प्राप्त तरल पदार्थ को स्वच्छ ( ब्लीच ) करने के लिए सोडियम हाइड्रोक्साइड और हाइड्रोजन पेरोक्साइड का उपयोग किया जाता है ।
  • ब्लीचिंग से प्राप्त तरल पदार्थ को CMC ( Carboxy Methyl Cellulose ) कहते हैं ।
  • CMC तैयार होने के पश्चात सफेदी बढ़ाने के लिए तरल सीएमसी में 400 ग्राम CaCo³ और 100 ग्राम Titanium Dioxide मिलाया जाता है ।
  • सभी घटक मिश्रण में अच्छे से मिल जाए इसके लिए मिश्रण में 100 ग्राम पेंट बाइंडर, 50 ग्राम हाइड्रोक्सिएथिल सेलुलोज, 20 ग्राम एसोडियम बेंजोइट मिलाया जाता है ।
  • पैंट बाइंडर मिश्रण में मिलने के पश्चात जो तरल प्राप्त होता हैं उसे डिस्टेंपर पेंट कहते हैं । अंत में डिस्टेंपर को बाल्टी में पैक किया जाता हैं ।
  • अब डिस्टेंपर पेंट बाजार में बिकने के लिए पूरी तरह से तैयार है ।

इमल्शन पेंट ( Emulsion paint )

गाय के गोबर से इमल्स पेंट बनाने के लिए सभी सामग्री के इस 30% गोबर यानी अगर आप 10 लीटर पेंट निर्माण कर रहे हैं तो उसमें आपको 3 लीटर गोबर रिफाइनरी की आवश्यकता होगी ।
तो चलिए इमल्शन पेंट ( Emulsion paint ) बनाने की विधि को स्टेप बाय स्टेप समझते हैं ।

  • सबसे पहले CMC तैयार किया जाता हैं ।
  • CMC तैयार होने के पश्चात तरल में सफेदी बढ़ाने के लिए 450 ग्राम CaCo³ और 150 ग्राम Titanium Dioxide मिलाया जाता है ।
  • उपरोक्त मिश्रण के सभी घटक अच्छे से मिल जाए इसके लिए 165 ml पेंट बाइंडर, 65 ग्राम हाइड्रॉक्सीएथिल सेलुलोज व 25 ग्राम सोडियम बेंजोएट के साथ 120 ग्राम अलसी का तेल मिलाया जाता है ।
  • पेंट बाइंडर के मिश्रण में मिलने के पश्चात प्राप्त तरल पदार्थ इमल्शन पेंट ( Emulsion paint ) कहलाता हैं।
  • अंत में इमल्शन पेंट को बाल्टी में पैक करके बाजार में बिक्री के लिए भेजा जाता है ।

खादी प्राकृतिक पेंट के फायदे ( Benifit Of khadi Prakritik paint )

  • प्राकृतिक पेंट में एंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण यह जीवाणु रोधक होता है ।
  • प्राकृतिक पेंट फंगस रोकने में समर्थ हैं । अतः पैंट में फंगस नहीं लगता ।
  • Prakritik paint बाहरी ऊष्मा को रोकता है ।
  • प्राकृतिक पेंट में किसी प्रकार की गंध नहीं आती यह गंध रहित होता है ।
  • प्राकृतिक पेंट में किसी भी प्रकार के रसायनिक पदार्थ का उपयोग में किया जाता है ।
  • प्राकृतिक पेंट बाजार में बहुत सस्ते दाम में उपलब्ध होता है ।

गोबर से पेंट निर्माण में आवश्यक कर्मचारी

गोबर से पेंट निर्माण कार्य को अकेला व्यवक्ति नहीं कर सकता इसमें उद्यमी को कुछ प्रशिक्षित कर्मचारी की आवश्यकता होती हैं । वैदिक पेंट बनाने की फैक्ट्री में कम से कम 5 से 8 कर्मचारी की आवश्यकता होती हैं ।
कर्मचारी अकाउंटेट, मेनेजर, मशीन ऑपरेटर तथा सफाई कर्मचारी के पद पर हो सकते हैं ।

गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय के लिए जगह ( Cow Dung paint Manufacturing business )

गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय तथा वैदिक पेंट बनाने की फैक्ट्री को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक उत्तम जगह की आवश्यकता होती हैं ।

अगर आप गोबर से पेंट बनाने की फैक्ट्री ( gobar paint factory ) को छोटे स्तर पर शुरू करते हैं तो इसके लिए आपको 500 sqft से 700 sqft जगह की आवश्यकता होगी ।

इसके अलावा अगर आप गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय को बड़े स्तर पर शुरू करते हैं तो इसके लिए आपको 1500 Sqft से 1800 Sqft जगह की आवश्यकता पड़ेगी ।

दोनो स्तर पर व्यवसाय को स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थान पर मशीनों तथा ओजारो को स्थापित करने की उचित व्यवस्था होना आवश्यक है ।

गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय में लागत

गाय के गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय को स्थापित करने में उद्यमी की लगभग 10 से 12 लाख रुपए का निवेश करना पड़ सकता हैं ।

इसमें व्यवसाय के लिए जगह, बिजली और पानी आदि का खर्च शामिल हैं ।
अगर उद्यमी प्राकृतिक पेंट निर्माण की फैक्ट्री को किराए की जगह पर स्थापित करता है तो इसमें उद्यमी की लागत में कमी आ जायेगी ।

गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय में लाभ

जैसा कि हमने आपको गोबर से दो तरह के पेंट निर्माण के बारे में बताया है । जिसमे डिस्टेंपर पेंट और इमल्शन पेंट शामिल हैं ।

डिस्टेंपर पेंट बनाने में तथा पैकेजिंग सहित पेंट का कुल खर्च 55 से 65 रुपए प्रति किलो की दर से आता है जिसे बाजार में 120 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाता है ।
अर्थात डिस्टेंपर पेंट में 55 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से मुनाफा कमाया जा सकता है ।

इमल्शन पेंट बनाने में पैकेजिंग सहित पेंट का कुल खर्च प्रति लीटर की दर से लगभग 85 से 95 रुपए तक आता हैं । जिसे बाजार में 225 रुपए प्रति लीटर की दर से बेचा जाता है ।
अर्थात इमल्शन पैंट में लगभग 135 से 140 रुपए प्रति लीटर की दर से आसानी से मुनाफा कमाया जा सकता है ।

गोबर से पेंट निर्माण व्यवसाय में लोन

भारत में लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने मेक इन इंडिया के तहत प्रधानमंत्री रोजगार योजना तथा कोशल विकाश योजना के माध्यम से उद्यमी को व्यवसाय में लागत पूंजी पर 35% की सब्सिडी दी जा रही हैं । जिसका लाभ उद्यमी उठा सकता हैं ।

सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए उद्यमी को एमएसएमई के तहत अपने व्यवसाय का ऑनलाइन के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना आवश्यक है ।

वैदिक / प्राकृतिक पेंट की मार्केटिंग कैसे करें

गाय के गोबर से बने prakritik paint को वैसे तो भारत में अधिक पसंद किया जाता हैं । लेकिन अगर आप गोबर से पेंट बनाने का बिजनेस शुरू करते हैं तो इसके लिए आपको अपने उत्पाद की मार्केटिंग करना बेहद जरूरी है ।

इस Cow paint की मार्केटिंग आप दो तरह से कर सकते हैं । Offline Marketing, Online Marketing
ऑफलाइन मार्केटिंग के तहत आप अपने बिजनेस के पेंपलेट छपवाकर, खुद की दुकान खोलकर या स्पेशल ऑफर चलाकर जिससे ग्राहक आकर्षित हो इस प्रकार आप अपने व्यवसाय की ऑफलाइन मार्केटिंग कर सकते हैं ।

ऑनलाइन मार्केटिंग के तहत आप अपने बिजनेस की वेबसाइट बनाकर, सोशल मीडिया के माध्यम से या फिर पैड स्पॉन्सर्ड द्वारा अपने बिजनेस की मार्केटिंग कर सकते हैं ।

निष्कर्ष

आज हमने इस लेख के माध्यम से गोबर से निर्मित उत्पाद बनाने के इच्छुक उधमियों को नए उत्पाद गोबर से पेंट बनाने की विधि के बारे में जानकारी दी हैं ।

आज के इस लेख में हमने gobar se paint kaise banate hai अथवा Gobar paint manufacturing process के बारे में चर्चा की है । अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया तो अपने दोस्तो को अवश्य शेयर करे ।

FAQ

क्या गाय के गोबर का पेंट अच्छा होता है?

जी हां गाय के गोबर से बने पेंट में अष्टगुण पाए जाते हैं जिससे इसको एक अच्छा और किफायती पेंट माना जाता है ।

गोबर से पेंट कैसे बनता है ?

सर्वप्रथम गोबर से सीएमसी तैयार किया जाता हैं । उसके पश्चात कुछ कैमिकल क्रिया में CaCo ³ तथा Titenium Dixied मिलाया जाता है तथा अंत में पेंट बाइंडर मिलाया जाता हैं । जिससे उत्पन्न तरल पदार्थ पेंट कहलाता हैं ।

प्राकृतिक पेंट की कीमत क्या है ?

बाजार में उपल्ब्ध प्राकृतिक डिस्टेंपर की कीमत 120 रुपए प्रति किलो तथा इमल्शन पेंट की कीमत 225 रुपए प्रति लीटर हैं ।