कुल्हड़ बनाने का व्यवसाय कैसे शूरू करें, मशीन,लागत, प्रक्रिया,कच्चा माल| Kulhad Making Business In Hindi

हमारे देश में मिट्टी से बने बर्तन का प्रचनन प्राचीन काल से ही चला आ रहा है. पहले लोग अपने दैनिक उपयोग के लिए मिट्टी के बर्तन का उपयोग करते थे. लेकिन जैसे जैसे टेक्नॉलाजी का विकास होता गया, वैसे वैसे लोग मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल करना भी बंद करने लगे. इसके स्थान पर लोग प्लास्टिक, कांच और स्टिल का उपयोग करने लगे थे जो कि हमारे शरीर के लिए हानिकारक होते है.

Whatsapp GroupJoin
Telegram channelJoin

लेकिन लोगो को जैसे जैसे पता चलेने लगा की इसका इस्तेमाल हमारे शरीर के लिए हानिकारक सबित हो रहा है. तो वह फिर से अपने घरो में मिट्टी के बर्तन का इस्तमाल करने लगे है. कहा जाता है कि मिट्टी के बर्तन में खाना पकाने से उसमे पोषक पदार्थ मे कमी नहीं आती है और मिट्टी के बर्तन से बना हुआ खाना स्वादिष्ट भी होता है. इसलिए सरकार भी मिट्टी के बने बर्तनों का इस्तेमाल करने के लिए लोगो को प्रोत्साहित कर रही है.

चलिए जानते हैं इस लेख के माध्यम से मिट्टी के कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय के बारे में.

ezgif.com gif maker 1 19

Table of Contents

मिट्टी के कुल्हड़ का व्यवसाय क्या है ( What Is Kulhad Making Business)

मिट्टी के कुल्हड़ का व्यवसाय एक ऐसा व्यवसाय है. जिसके अंदर मिट्टी की सहायता से अलग-अलग आकार के कुल्हड़ बनाकर उसे मार्केट में बेचा जाता है. जिसे हम कुल्हड़ बनाने का व्यवसाय भी कह सकते हैं. कुल्हड़ का इस्तेमाल चाय, कॉफी, दूध, लस्सी, आदि पीने के लिए किया जाता है कहा जाता है कि मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल हमारे शरीर के लिए लाभकारी होता है.

यह भी पढ़े – गुलाब जल का बिजनेस कैसे शुरू करे

मिट्टी के कुल्हड़ के व्यवसाय की मांग ( Kulhad Making Business Demand)

जब से सरकार ने प्लास्टिक पर बैन लगाया है तब से मिट्टी के कुल्हड़ की मांग बहुत अधिक बढ़ गई है. क्योंकि प्लास्टिक ऐसे पदार्थ है जो कभी नष्ट नहीं होता है और यह हमारे वातावरण को प्रदूर्शित करता है. इसी कारण से आजकल आपने देखा होगा कि रेस्टोरेंट्स, कैफे, होटल, चाय की टपरी, जूस सेंटर, आदि जगह कुल्हड़ का उपयोग चाय, कॉफी, दूध, लस्सी आदि पीने के लिए किया जा रहा है.

आने वाले समय में कुल्हड़ की मांग बढ़ने वाली है. क्योंकि यह एक ही बार इस्तेमाल होता है. कहने का मतलब एक बार कुल्हड़ में चाय या कॉफी पीने के बाद उसे फेंक दिया जाता है. उसे वापस यूज़ नहीं किया जा सकता है. इसी कारण से कुल्हड़ की मांग दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही हैं.
यदि उद्यमी Kulhad Making Business शुरू करता है तो उसके लिए यह बिजनेस बहुत अच्छा साबित हो सकता है. चलिए जानते हैं कि Kulhad Business को कैसे शुरू किया जा सकता है.

कुल्हड़ बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें ( How To Start Kulhad Making Business)

इस बिजनेस की खास बात यह है कि इस बिजनेस को कम पढ़ा लिखा व्यक्ति भी बहुत आसानी से शुरू कर सकता है.

यदि उद्यमी कुल्हड़ बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहता है तो नीचे बताएगा स्टेप को फॉलो करके वह एक कुल्हड़ बनाने का बिजनेस शुरू कर सकता है.

चलिए जानते हैं कि मिट्टी के कुल्लड़ बनाने के व्यवसाय को शुरू करने के लिए हमे कौन-कौन सी चीजों की आवश्यकता होती है.

यह भी पढ़े – पुराने टायर का बिजनेस कैसे शुरू करे

कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय के लिए जगह ( Place In Kulhad Making Business)

Kulhad Business में उद्यमी को जगह की आवश्यकता होगी. इसके लिए उसे किसी विशेष स्थान पर जगह लेने की आवश्यकता नहीं होगी. लेकिन आपको Kulhad Making Business में खुली जगह की आवश्यकता होगी. क्योंकि कुल्हड़ बनाने के बाद उनको सुखाने के लिए खुली जगह की जरूरत होती है. जहां पर प्रकाश की रोशनी कुल्हड़ तक पहुंच सके, ताकि कुल्हड़ जल्दी से शूख कर मार्केट में बेचने के लिए तैयार हो जाए.

इसलिए उद्यमी को अपने जरूरत के हिसाब से खुली जगह का चुनाव कर लेना है. जहां पर कुल्हड़ को आराम से रखा जा सके.

कुल्हड़ के विभिन्न आकार ( Different Size)

मार्केट में विभिन्न आकार के छोटे-बड़े कुल्हड़ पाए जाते हैं. जिनका उपयोग अलग अलग तरीके से किया जाता है. जैसे चाय व कॉफी पीने के लिए छोटे आकार के कुल्हड़ का उपयोग किया जाता है और वही दूध व लस्सी पीने के लिए बड़े आकार के कुल्हड़ का उपयोग किया जाता है. इसलिए उद्यमी को अलग अलग तरीके के कूलर बनाने की आवश्यकता होगी. ज्यादातर छोटे आकार के कुल्हड़ का उपयोग अधिक किया जाता है. इसलिए आपको भी छोटे आकार के कुल्हड़ अधिक मात्रा में बनाने होंगे.

कुल्हड़ बनाने के लिए कच्चा माल ( Kulhad Making Business In Raw Material)

कुल्हड़ बनाने के लिए उद्यमी को सबसे पहले अच्छी क्वालिटी की मिट्ट की आवश्यकता होगी. यह मिट्टी उद्यमी को नदी, तालाब, झील जैसे क्षेत्रों के आसपास मिल सकती हैं.

इसके अलावा उद्यमि को अलग-अलग आकार के कुल्हड़ के लिए साचे की आवश्यकता होगी जो कि किसी भी मार्केट में आसानी से मिल जाएगा.

उसके बाद कुल्हड़ को पकाने के लिए उद्यमी को बड़े आकार की भट्टी का निर्माण करना होगा. जिसमें कुल्हड़ को फाइनल रूप देने के बाद उसको पकाने के लिए छोड़ दिया जाता है.

यह भी पढ़े – वेडिंग प्लानिंग का बिजनेस कैसे शुरू करे

कुल्हड़ बनाने के लिए आवश्यक मशीन ( Kulhad Banane Ki Machine)

कुल्हड़ बनाने के लिए उद्यमी को कुल्हड़ बनाने की मशीन की आवश्यकता होगी. हम आपको बता दें कि मार्केट में बहुत सी अलग-अलग आकार की बड़ी छोटी मशीनें उपलब्ध है. जिसे आप बहुत ही कम कीमत में खरीद सकते हो. उद्यमी अपने बजट के हिसाब से मशीन का चयन करके अपने आसपास के मार्केट से खरीद सकता है या फिर वह चाहे तो कुल्हड़ बनाने की मशीन को ऑनलाइन भी खरीद सकता है.

कुल्हड़ बनाने की मशीन की कीमत ( mitti kulhad making machine price )

अगर हम कुल्हड़ बनाने की मशीन price की बात करें, तो आपको मार्केट में बहुत सारी बड़ी छोटी मशीनें मिल जाएगी जिसकी कीमत भी अलग अलग है.

बाजार में कुल्हड़ बनाने की मशीन 50 हजार से लेकर 80 हजार रुपए तक मिल सकती हैं. आप अपने बजट के हिसाब से इस मशीन को खरीद सकते हैं.

कुल्हड़ बनाने की प्रक्रिया ( Processing)

कुल्हड़ बनाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है जिसे पढ़कर कोई भी व्यक्ति आसानी से कुल्हड़ बना सकता है. चालिए जानते हैं कि किस तरह कुल्हड़ बनाए जाते हैं.

  • सबसे पहले उद्यमी को अच्छी क्वालिटी की मिट्टी की व्यवस्था करनी होगी.
  • मिट्टी प्राप्त होने के बाद उसे गेहूं के आटे की तरह बारीक पीस लेनी है. मिट्टी को पीसने के लिए आप मशीन की सहायता ले सकते हो. जब मिट्टी पूरी तरह गेहूं के आटे के समान लगने लगे तब उसे खुला छोड़ देना है.
  • कुल्हड़ बनाने के लिए हमें एक मशीन और कुछ सांचे की आवश्यकता होगी.
  • अब मिट्टी को पानी की सहायता से अच्छी तरह गूंथ लेना है. फिर उस मिट्टी को सांचे में डालकर मशीन की सहायता से आकार दे देना है. किंतु याद रहे सांचे में मिट्टी डालने से पहले सांचे के अंदर तेल या पाउडर डाल देना है.
  • ताकि सांचे में से कुल्हड़ को आसानी से बाहर निकाला जा सके.
  • कुल्हड़ को आकार देने के बाद उसे अच्छी तरह धूप में सुखाने के लिए रख देना है.कुल्हड़ को अंतिम रूप देने के लिए उद्यमी को एक भट्टी की आवश्यकता होगी. जिसका निर्माण उद्यमी को स्वयं ही करना है. वह अपने जरूरत के हिसाब से भट्टी का निर्माण कर सकता है.
  • अब भट्टी को चलाने के लिए लकड़ी के बुरे की आवश्यकता होगी. यह बुरा किसी भी फर्नीचर या लकड़ी का काम करने वाले दुकान पर आपको आसानी से मिल सकता है. अब उस बुरे को भट्टी में डालकर उसे जला लेना है.
  • भट्टी को जलाने के बाद उसमे सूखे हुए कुल्हड़ को पकाने के लिए डाल देना है. कुल्हड़ का रंग पूरी तरह चेंज होजाने के बाद उसे भट्टी से बहार निकाल लेना है.
  • अब अपका कुल्हड़ मार्केट में बेचने के लिए पूरी तरह तैयार हो गया हैं.

कुल्हड़ की पैकेजिंग ( Packaging Of Kulhad)

यदि उद्यमी Kulhad Making Business को बड़े स्तर पर शुरू करना चाहता है तो उसे पैकेजिंग करना बहुत ही जरूरी है. क्योंकि बड़े स्तर पर शुरू करने पर उसे अपने माल को दूर-दूर तक पहुंचाना होगा. जिसके लिए उसे कुल्हड़ की अच्छी तरह पैकेजिंग करनी होगी. ताकि कुल्हड़ टूटे नहीं.

लेकिन उद्यमी Kulhad Business को छोटे स्तर पर शुरू करता है तो वह कुल्हड़ का कम उत्पादन निकाल पाएगा जिसे वह अपने आसपास के मार्केट में बेच सकता है और उसे इसके लिए कुछ विशेष पैकेजिंग करने की भी आवश्यकता नहीं होगी.

कुल्हड़ बनाने के बिजनेस के लिए जरूरी लाइसेंस ( Required Licence In Kulhad Making Business)

किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए उसे का कानूनी रूप देना बहुत ही जरूरी है. ताकि भविष्य में होने वाले कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके. इसलिए उद्यमी को कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय के लिए भी लाइसेंस लेने की आवश्यकता होगी. जिसमे उद्यमी को सबसे पहले ट्रेंड लाइसेंस लेना होगा.

इसके बाद अपने बिजनेस को MSME के तहत भी रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. जिसमे उद्यमी को व्यवसाय शुरू करने पर कुछ लाभ भी मिल सकता है.
इसके अलावा यदि उद्यमी इसे बड़े स्तर पर शुरू करना चाहता है जिसका सालाना टर्नओवर 25 लाख से ऊपर हो तो उसे GST रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा.

कुल्हड़ बनाने के बिजनेस में सरकारी योजना का लाभ ( Benefits Of Government Scheme )

हमारे देश की सरकार मिट्टी के बने बर्तनों का उपयोग करने के लिए जोर कर रही है. क्यो की प्लास्टिक के बने बर्तनो से हमारे शरीर और वातावरण पर दुस प्रभाव पड़ रहा है. इसीलिए सरकार ने कुम्हारों के लिए कुभार सक्तिकरण योजना की शुरूवात की है. इसके अंदर वो सभी कुम्हार का काम करने वाले व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक चाक वितरीत किया जाता है.

सरकार का दावा है कि कुम्हारों से मिट्टी के बर्तन को अच्छे भावो मे खरीदा जाएगा. इसलिए आज के समय में मिट्टी के बर्तन का व्यवसाय करना बहुत ही लाभकारी साबित हो सकता है.

कुल्हड़ बनाने के व्यवसाय में लागत (Kulhad Making Business Cost)

इस तरह के बिजनेस को बहुत ही कम लागत में शुरू किया जा सकता है. जिसके लिए उद्यमी को 35 से 50 हजार रुपए की आवश्यकता होगी. यह निवेश उद्यमी को सिर्फ एक ही बार करना होगा जिसमें उसे शुरुआत में मशीन और कुछ सांचे खरीदने होते हैं.
उसके बाद रॉ मटेरियल के रूप में उद्यमी को मिट्टी की ही आवश्यकता होगी. जोकि कम कीमत में या फिर फ्री मे ही मिल जाएगी.

कुल्हड़ को कहां पर बेचे (Where To Sell Kulhad )

अब आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि हम कुल्हड़ तो बना लेंगे. लेकिन उन्हें बेचैन कहां पर है तो हम आपको बता दे की कुल्हड़ को आप शुरुआत में अपने शहर के कैफे, चाई की टपरी, रेस्टोरेंट, होटल, मोल आदि जगह सम्पर्क करके कुल्हड़ को बेच सकते हो.

लेकिन उद्यामी को एक बात का ध्यान रखना है की कैफे, चाई की टपरी, रेस्टोरेंट, वाले आपसे कुल्हड़ तभी खरीदेगे. जब आप उन्हें सस्ते दाम पर कुल्हड़ उपलब्ध करवाएंगे.
इसके लिए उद्यमी को अपने कॉम्पिटीटर की तलाश करनी होगी और देखना होगा कि वह किस रेट में कुल्हड़ बेच रहा है और फिर आपको कुल्हड़ उससे कम कीमत में बेचना होगे. तभी आप अधिक से अधिक कुल्हड़ को बेच पाओगे.

इसके अलावा यदि आप चाहो तो कुल्लड़ को ऑनलाइन IndiaMART की वेबसाइट पर थोक में बेच सकते हो.

कुल्हड़ बनाने के बिजनेस में लाभ ( Kulhad Making Business Profit)

Kulhad Business मे जितने अधिक कुल्हड़ की बिक्री होगी उतना अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. इसीलिए आपको कुल्हड़ बेचने पर अधीक ध्यान देना है.
कुल्हड़ के व्यवसाय में लाभ की बात की जाए तो यह कुल्हड़ के आकार पर निर्भर करता है. क्योंकि इसका इस्तेमाल कई पेय पदार्थ के लिए किया जाता है इसलिए कुल्हड़ की खरीदारी साइज के ऊपर की जाति है.

यदि हम सैकड़ों के रूप में बिक्री का अंदाजा लगाय तो चाय व कॉफी के कुल्हड़ 50 रुपए सैकड़ा में बिकते हैं और लस्सी के कुल्हड़ लगभग ₹100 सैकड़ा के हिसाब से और दूध के कुल्हड़ लगभग ₹150 सैकड़ा के हिसाब से बिकते हैं.

FAQ

कुल्हड़ बनाने के लिए कच्चा माल कहां से मिलेगा ?

कुल्हड़ बनाने के लिए एक अच्छी क्वालिटी की मिट्टी की आवश्यकता होती है जिसे उद्यमी नदी, तालाब से फ्री में प्राप्त कर सकता है.

क्या कुल्हड़ को दोबारा उपयोग किया जा सकता है ?

ज्यादातर केस में कुल्हड़ को दोबारा उपयोग में नहीं लाया जाता है. इसे एक बार उपयोग करने के बाद फेंक दिया जाता है.

कुल्हड़ को बनाने के बाद कहां पर बेचे ?

कुल्हड़ को आप अपने शहर के कैफे, चाई की टपरी, रेस्टोरेंट्स, जूस सेंटर आदि जगह बेच सकते हो.

कुल्हड़ बनाने की मशीन की कीमत क्या है ?

कुल्हड़ बनाने की मशीन प्राइस की बात करें तो कुल्हड़ बनाने के लिए मार्केट में बहुत सी छोटी बड़ी मशीनें उपलब्ध है जिनकी कीमत 50 हजार रुपए से लेकर 80 हज़ार रूपए तक है.

कुल्हड़ बनाने के बिजनेस में कितना मुनाफा हो सकता है ?

यह आपके कुल्हड़ के बिक्री पर निर्भर करता है. जितना अधिक कुल्हड़ आप मार्केट में बेचोगे उतना ही अच्छा मुनाफा कमा सकते हो. Kulhad Making Business में शुरुआती दौर में लगभग 30 से 50 हजार रुपए महीना मुनाफा कमाया जा सकता है.

Leave a Comment